
पिछले 6 महीने में पहली बार देश में स्टील के भाव बढ़ सकते हैं। स्टील का दाम दिसंबर तक 1000 से 15000 तक बढ़ सकता है। इसका कारण विदेश में स्टील के दाम चढ़ना और इंफ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग सेक्टरों से मांग बढ़ना है।
वहीँ स्टील के मार्केटिंग अधिकारी ने नवंबर में ही दाम बढ़ने के संकेत दिए हैं। अधिकारी के अनुसार इस साल सीजनल डिमांड के अलावा अंतर्राष्ट्रीय दाम में 40 डॉलर प्रति टन तक बढ़त होने से इसकी कीमतों में सुधार हुआ है। कमज़ोर एक्सचेंज रेट से घरेलू कीमत में अधिक बढ़ोत्तरी होती है और दाम को सही स्तर पर आने में अभी समय लगेगा। बता दें कि इंफ्रास्ट्रक्चर, कंस्ट्रक्शन और ऑटोमोबाइल सेक्टर की सुस्त मांग के चलते पिछले 6 महीने से स्टील की कीमतों में गिरावट आई थी।
ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर ड्यूरेबल और कंस्ट्रक्शन के सामान बनाने में इस्तेमाल होने वाले हॉट रोल्ड क्वाइल जैसे फ्लैट स्टील के दाम इसकी वैश्विक कीमतों से तय होता है। वहीँ उद्योग के अधिकारियों के अनुसार एचआरसी की कीमत 44 हजार रुपये प्रति टन की ऊंचाई से घटकर 34 हजार रुपये प्रति टन के अस्थिर स्तर पर आ गईं है।